My photo
पढ़ने लिखने में रुचि रखती हूँ । कई समसामयिक मुद्दे मन को उद्वेलित करते हैं । "परिसंवाद" मेरे इन्हीं विचारों और दृष्टिकोण की अभिव्यक्ति है जो देश-परिवेश और समाज-दुनिया में हो रही घटनाओं और परिस्थितियों से उपजते हैं । अर्थशास्त्र और पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातकोत्तर | हिन्दी समाचार पत्रों में प्रकाशित सामाजिक विज्ञापनों से जुड़े विषय पर शोधकार्य। प्रिंट-इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ( समाचार वाचक, एंकर) के साथ ही अध्यापन के क्षेत्र से भी जुड़ाव रहा | प्रतिष्ठित समाचार पत्रों के परिशिष्टों एवं राष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में लेख एवं कविताएं प्रकाशित | सम्प्रति --- समाचार पत्रों और पत्रिकाओं के लिए स्वतंत्र लेखन । प्रकाशित पुस्तकें------- 'देहरी के अक्षांश पर', 'दरवाज़ा खोलो बाबा', 'खुले किवाड़ी बालमन की'

ब्लॉगर साथी

17 January 2019

आपदा में देवदूत सरीखे जवान



 दैनिक जागरण में प्रकाशित 
हाल ही में सिक्किम के नाथूला पास में भारी बर्फबारी के चलते  फंसे करीब तीन हजार पर्यटकों को  सेना के जवानों ने जी जान से प्रयास कर बचाया | अब एक  महिला ने जान बचाने के लिए  भारतीय सेना को थैंक्‍यू  कहने के लिए एक वीडियो  ट्विटर पर पोस्‍ट किया |  आंखों में आंसू लिए इस लड़की ने न सिर्फ अपनी बल्कि सभी 3,000 पर्यटकों की तरफ से सेना को  शुक्रिया कहा है।  गौरतलब है कि बर्फ़बारी एक चलते मुश्किल में फंसे टूरिस्‍ट्स  में महिलाएं, बच्‍चे और  बुजुर्ग भी शामिल थे | सिक्किम में यह अब तक का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन था। वीडियो में महिला ने कहा कि हम अक्‍सर पूछते हैं कि ' सेना क्‍या करती है, आज मैंने देख लिया कि वह हमारे लिए क्‍या करती है।' इन्हीं दिनों भारतीय सेना ने एकबार फिर अपने कर्तव्य का पालन करते हुए सिक्किम की लाचुंग घाटी में  भी 150 लोगों को बचाने और उन्हें मेडिकल सुविधाएं देने का काम किया  |  सेना ने बेहद तकलीफदेह हालातों  का सामना करते हुए उनका जीवन सहेजा | सोशल मीडिया पर भी आमजन  सेना  के इस  जज्बे  की सराहना  कर रहे हैं |  बीते साल केरल में आई  बाढ़ की भीषण आपदा  में भी  जानें बचाने वाले सेना के जवानों को लोगों ने अनोखे अंदाज में  थैंक्स कहा था । भारतीय नौसेना के ट्विटर हैंडल से एक घर की छत पर अंग्रेजी में THANKS लिखी तस्वीर शेयर की गई थी। गौरतलब है कि बाढ़ की आपदा में  इसी घर से भारतीय नौसेना के कमांडर ने बड़ी बहादुरी से दो महिलाओं को बचाया था।  उसी घर की छत पर सफेद रंग से 'थैंक्स' पेंट किया देखा गया था  | बेहद प्रतिकूल परिस्थितियों में सेना, वायु सेना, नौसेना और अन्य बचाव एजेन्सियों ने राहत और बचाव इस अभियान में लोगों संकट से बाहर निकाला था |  

दरअसल, ऐसे सन्देश उस भरोसे की बानगी हैं, जो देश के हर हिस्से का नागरिक अपनी सेना के प्रति मन में सहेजे रखता है |  आपदा के समय लोगों को सुरक्षित रखने के लिए जी जान लगा देने वाले जवान इस विश्वास को और पुख्ता करते हैं | संकट की घड़ी में साथ होने का संबल देते हैं | इसीलिए  यह  'शुक्रिया' भारतीय सेना को उसकी जिम्मेदारी के निर्वहन के लिए ही नहीं ही कहा गया एक शब्द भर नहीं है बल्कि हर भारतीय के भावनात्मक भावों से  परिपूर्ण संवाद के समान है | क्योंकि आपदा के समय सेना के जवानों की ऐसी तत्परता देखकर देश के आम नागरिक को हर बार यह भरोसा मिलता है कि हमारे जवान देश की सीमा पर ही नहीं संकट के समय भी हर मोर्चे पर डटे रहे हैं | ऐसा होना लाजिमी भी है क्योंकि अपने देश के नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए सेना के जवान हर खतरे से लड़ जाते हैं | खुद हर तकलीफ झेल जाते हैं | ( लेख का अंश ) 

2 comments:

HARSHVARDHAN said...

आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन 74वीं पुण्यतिथि - महान क्रान्तिकारी एवं स्वतंत्रता संग्रामी रासबिहारी बोस और ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।

Chetan Raygor said...

Very nice article. I like your writing style. I am also a blogger. I always admire you. You are my idol. I have a post of my blog can you check this : Chennai super kings team

Post a Comment